मानव जीवन एक रहस्यमयी यात्रा है। इस यात्रा में अनेक प्रकार की समस्याएं, दुख, पीड़ा, तनाव और संघर्ष आते हैं। इन सबके बीच एक बात जो हमारे जीवन को स्थिरता और शांति देती है, वह है – ईश्वर का नाम स्मरण। “नाम जपना” यानी ईश्वर के किसी भी नाम का

नियमित उच्चारण करना, एक अत्यंत शक्तिशाली आध्यात्मिक प्रक्रिया है। चाहे वह “राम”, “कृष्ण”, “शिव”, “हरि”, “गणेश”, “दुर्गा”, “नमः शिवाय”, “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” हो, प्रत्येक नाम अपने भीतर दिव्यता और ऊर्जा समेटे हुए है।
